सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
अहमदाबाद। गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश ने जहां एक ओर पूरे देश को झकझोर दिया है, वहीं इस हादसे ने 1988 के 19 नवंबर की उस भयानक त्रासदी की यादें भी ताजा कर दी हैं, जब अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक विमान हादसे में 133 लोगों की जान चली गई थी। 19 नवंबर 1988 को एक डोमेस्टिक फ्लाइट रनवे पर उतरते समय तकनीकी खराबी और खराब मौसम के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। यह घटना अहमदाबाद एयरपोर्ट के इतिहास में अब तक की सबसे जानलेवा विमान दुर्घटना मानी जाती है। हादसे में 133 यात्री मारे गए थे, जिनमें कई बच्चे और महिलाएं शामिल थीं।
37 साल बाद फिर हुआ हादसा
अब, 13 जून 2025 को हुए हादसे में 37 साल पहले हुए घटना न सिर्फ वैसी ही भयावहता दोहराई है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि अहमदाबाद एयरपोर्ट पर विमान सुरक्षा को लेकर गंभीर चुनौतियां अब भी बनी हुई हैं। इस बार एयर इंडिया का विमान टेकऑफ के ठीक 5 मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 242 यात्री सवार थे। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़ी जनहानि की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इंटर्न डॉक्टरों के हॉस्टल पर प्लेन के गिरने और आग लगने की सूचना ने हालात को और भयावह बना दिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अहमदाबाद रवाना हो गए हैं