नोएडा। बढ़ती भीषण गर्मी और उमस अब स्वास्थ्य संकट का रूप लेने लगी है। नोएडा जिला अस्पताल में 1 जून से 13 जून 2025 तक डायरिया के 219 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें अधिकांश मामले बच्चों और बुजुर्गों के सामने आए हैं, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता अपेक्षाकृत कम होती है।
नोएडा के स्वास्थ्य विभाग ने इस अचानक बढ़े मामलों को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है। सभी मरीजों की संवेदनशील जांच और तुरंत इलाज की व्यवस्था की गई है। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों से बाहर कम निकलने और स्वच्छ पेयजल का सेवन करने की अपील की है।
विशेषज्ञों के अनुसार, उमस भरे मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है और डायरिया जैसी बीमारियां खासतौर पर बच्चों में तेजी से पनपती हैं। जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रेनू अग्रवाल ने बताया कि,
"गर्मी में बाहर निकलने से बचें और साफ पानी का बार-बार सेवन करते रहें। ज़रा सी लापरवाही बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है। जिला अस्पताल में गर्मी के बढ़ते प्रकोप वाले मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।"
प्रशासन की तैयारी और सलाह
अस्पताल में डायरिया मरीजों के लिए विशेष बेड और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
ORS घोल, इलेक्ट्रोलाइट्स और एंटीबायोटिक्स की पर्याप्त व्यवस्था है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई और खानपान को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।