सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
अहमदाबाद। अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश की पुष्टि के बाद अब विमानन नियामक संस्था DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने एक बड़ा खुलासा किया है। DGCA के अनुसार, उड़ान भरने के तुरंत बाद पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को "मेडे कॉल (MAYDAY Call)" दी थी, लेकिन इसके बाद उसके किसी भी कॉल का जवाब नहीं आया। अब सवाल उठता है कि MAYDAY कॉल क्या होती है, और इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
‘MAYDAY’ एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इमरजेंसी कॉल सिग्नल है। इसे फ्रेंच शब्द “m’aider” से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है – “मदद करो”। यह कॉल तब दी जाती है जब विमान किसी गंभीर संकट या जानलेवा खतरे में हो।
पायलट द्वारा MAYDAY कॉल तब की जाती है जब:
विमान का इंजन फेल हो जाए।
एयरक्राफ्ट को तकनीकी खराबी हो जाए।
गंभीर मौसम की समस्या हो।
विमान में आग लग जाए या धुआं हो।
कम्युनिकेशन सिस्टम फेल हो जाए।
कोई मेडिकल इमरजेंसी हो।
विमान क्रैश लैंडिंग या आपात लैंडिंग की स्थिति में हो।
ऐसे हालात में, पायलट रेडियो पर तीन बार “Mayday, Mayday, Mayday” कहकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इमरजेंसी की जानकारी देता है।
AI 171 ने क्यों दी MAYDAY कॉल?
फ्लाइट AI171 ने गुरुवार को दोपहर 1:38 पर उड़ान भरी थी। इसके तुरंत बाद तकनीकी खराबी या इंजन फेल जैसी आपात स्थिति उत्पन्न हुई, जिससे पायलट ने तत्काल मेडे कॉल जारी की। दुर्भाग्यवश, इसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल को उससे कोई और जवाब नहीं मिला और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
क्या होता है MAYDAY कॉल के बाद?
एटीसी (ATC) सभी विमानों को रास्ता खाली करने का आदेश देता है।
नजदीकी एयरफील्ड को अलर्ट किया जाता है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी तुरंत शुरू हो जाती है।
फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी जाती हैं।