Saturday, June 14, 2025 03:07:47 PM

विमान हादसा अहमदाबाद
अहमदाबाद एयर इंडिया हादसा: देश का सबसे महंगा एविएशन इंश्योरेंस क्लेम बन सकता है यह त्रासदी

अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास एयर इंडिया के विमान का दुर्घटनाग्रस्त होने से 241 लोगों की मौत हो गई, सबसे महंगा विमान हादसा बना।

अहमदाबाद एयर इंडिया हादसा देश का सबसे महंगा एविएशन इंश्योरेंस क्लेम बन सकता है यह त्रासदी
सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुआ एयर इंडिया का विमान हादसा न केवल देश के नागरिक उड्डयन इतिहास में सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक बन गया है, बल्कि यह आर्थिक दृष्टि से अब तक का सबसे महंगा विमान हादसा भी साबित हो सकता है। एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बीमा कंपनियों पर भारी आर्थिक बोझ आने की आशंका जताई जा रही है।

इस भयावह हादसे में विमान पर सवार 242 लोगों में से 241 की जान चली गई, जबकि एक व्यक्ति की हालत नाजुक बताई जा रही है। दुर्घटना के चलते विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया, साथ ही रिहायशी इलाकों को भी क्षति पहुंची, जिससे थर्ड पार्टी क्लेम की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।

 

2,400 करोड़ रुपये से अधिक का इंश्योरेंस क्लेम संभव

एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना में इंश्योरेंस कंपनियों को 21 करोड़ डॉलर से 28 करोड़ डॉलर (भारतीय मुद्रा में 2,400 करोड़ रुपये से अधिक) तक का क्लेम चुकाना पड़ सकता है। विमान का बीमा जीआईसी री और टाटा एआईजी के पास है, जो एयर इंडिया की बीमा योजनाओं को कवर करती हैं। एयर इंडिया का यह विमान 2013 मॉडल का था और इसकी बीमा वैल्यू करीब 115 मिलियन डॉलर थी।

 

Montreal Convention के तहत होगा मुआवजा

इस हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों को Montreal Convention 1999 के तहत मुआवजा मिलेगा, जिसमें भारत वर्ष 2009 से शामिल है। इसके मुताबिक, एक व्यक्ति के लिए 128,821 स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) तक मुआवजा देने का प्रावधान है। मौजूदा दरों के अनुसार, यह भारतीय रुपयों में करीब 1.54 करोड़ रुपये प्रति मृतक के हिसाब से हो सकता है।

 

टाटा समूह ने घोषित की 1 करोड़ की अंतरिम सहायता

एयर इंडिया के स्वामित्व वाली टाटा समूह ने इस हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की अंतरिम सहायता देने की घोषणा की है। हालांकि, अंतिम मुआवजा बीमा नियमों और जांच रिपोर्ट के बाद तय होगा।

 

क्या बीमा उद्योग पर पड़ेगा असर?

भारत का एविएशन इंश्योरेंस मार्केट अभी करीब 900 करोड़ रुपये का है, लेकिन इस हादसे के बाद प्रीमियम दरों में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। बड़ी घटनाओं में अक्सर री-इंश्योरेंस कंपनियां भी शामिल होती हैं, जिससे जोखिम को बांटा जाता है, फिर भी क्लेम का बोझ भारी पड़ सकता है।


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