Saturday, July 19, 2025 08:08:26 PM

नोएडा में शॉर्ट टर्म रेंटल समस्या
Airbnb पर किराये पर दिए जा रहे फ्लैट्स बन रहे हैं पार्टी हब, नोएडा प्रशासन सख्त

नोएडा में शॉर्ट टर्म रेंटल फ्लैट्स से जुड़ी गैरकानूनी गतिविधियां और सुरक्षा चिंताएं बढ़ीं। प्रशासन ने नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कड़े उपायों का आह्वान किया।

airbnb पर किराये पर दिए जा रहे फ्लैट्स बन रहे हैं पार्टी हब नोएडा प्रशासन सख्त
सराय एक्ट को लेकर बैठक करते डीएम | पाठकराज
पाठकराज

नोएडा। नोएडा जैसे बड़े शहरों की पॉश हाउसिंग सोसायटियों में शॉर्ट टर्म रेंटल फ्लैट्स का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अब यह सुविधा स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन चुकी है। Airbnb जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध ये फ्लैट्स अब गैरकानूनी गतिविधियों और देर रात की पार्टियों का केंद्र बनते जा रहे हैं।

कई जगहों से यह शिकायतें आई हैं कि ऐसे फ्लैट्स में देर रात तक तेज म्यूजिक और शराब पार्टी होती है, कुछ मामलों में नशे के पदार्थों का भी उपयोग किया जाता है, फ्लैट्स को गेस्ट हाउस या पार्टी हॉल की तरह बिना रजिस्ट्रेशन के इस्तेमाल किया जा रहा है। इन गतिविधियों से सोसायटियों की सुरक्षा, शांति व्यवस्था, और स्थानीय निवासियों की निजता पर सीधा असर पड़ रहा है।

 

कानून का उल्लंघन: सराय एक्ट और आबकारी नियम

इस मसले पर हाल ही में जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें पुलिस, आबकारी विभाग और अन्य एजेंसियों को निर्देश दिए गए कि अगर कोई व्यक्ति अपने फ्लैट को 1-2 दिन के लिए किराये पर देता है, तो उसे सराय एक्ट, 1867 के तहत रजिस्ट्रेशन करना होगा। यदि फ्लैट में शराब परोसी जा रही है, तो "होम बार लाइसेंस" लेना अनिवार्य है, जो यूपी आबकारी अधिनियम के तहत जारी होता है। सराय एक्ट का उद्देश्य अस्थायी ठहराव वाले स्थलों की साफ-सफाई, सुरक्षा, और पंजीकरण सुनिश्चित करना है। इसका उल्लंघन करने पर जुर्माना या लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई हो सकती है।

 

RWA व प्रशासन की भूमिका

नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (NOFAA) ने स्पष्ट किया है कि जिन सोसायटियों में RWA (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) या AOA (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) सक्रिय हैं, वहां शॉर्ट टर्म रेंट की अनुमति नहीं दी जाती। प्रशासन की चिंता है कि जिन सोसायटियों में RWA सक्रिय नहीं हैं, वहां ऐसी गतिविधियां बिना निगरानी के चल रही हैं। यही कारण है कि अब एक मल्टी एजेंसी टीम का गठन किया गया है, जो उन सोसायटियों में सर्वे और निगरानी करेगी, जहां यह ट्रेंड तेजी से फैल रहा है।

 

डीएम मनीष वर्मा का बयान

“नशा न केवल युवाओं को बर्बादी की ओर ले जा रहा है, बल्कि यह समाज की बुनियाद को भी कमजोर कर रहा है। हम स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, पीजी और RWA के साथ मिलकर एक बड़ा जागरूकता अभियान चलाएंगे।”

 

क्या हैं ये शॉर्ट टर्म रेंटल फ्लैट्स?

पूरी तरह फर्निश्ड फ्लैट्स: बेड, सोफा, वाई-फाई, टीवी, पार्किंग

किराया: 3,000 से 5,000 प्रति रात

बुकिंग: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Airbnb, Booking.com

सत्यापन: अक्सर बिना पुलिस वेरिफिकेशन के

 

समस्या सिर्फ किराये की नहीं, सुरक्षा की है

हर दिन बदलते चेहरे, जिनका कोई स्थानीय रिकॉर्ड नहीं

सोसायटी में स्थायी निवासियों की चिंता

बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा पर प्रभाव

 

क्या करें निवासी?

अपने RWA/AOA को मजबूत करें

सोसायटी में गेस्ट रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करें

किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस या प्रशासन को दें


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