Thursday, July 03, 2025 09:33:09 AM

नोएडा में स्कूल बसों का पंजीकरण रद्द
25 अनफिट स्कूली बसों का पंजीकरण रद्द, 15 स्कूलों की मान्यता पर भी खतरा

गर्मियों की छुट्टियों में चला सघन जांच अभियान, बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग सख्त

25 अनफिट स्कूली बसों का पंजीकरण रद्द 15 स्कूलों की मान्यता पर भी खतरा
फाइल फोटो | पाठकराज
पाठकराज

नोएडा।  नोएडा में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। जिले में संचालित 25 स्कूली बसों का पंजीकरण इसलिए रद्द कर दिया गया, क्योंकि वे तय मानकों पर फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं ले पाईं। यह बसें 15 अलग-अलग स्कूलों में चल रही थीं। परिवहन विभाग ने बताया कि इन बस संचालकों को 10 से अधिक बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन बावजूद इसके फिटनेस जांच नहीं कराई गई।

बच्चों की जान जोखिम में न पड़े, इसलिए गर्मियों की छुट्टियों में विशेष जांच अभियान चलाया गया, जो 30 जून को समाप्त हुआ। इन 25 बसों के संचालन से जुड़े 15 स्कूलों की मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। परिवहन विभाग जल्द ही जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) को पत्र लिखकर इन स्कूलों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा करेगा।

एआरटीओ (प्रशासन) सियाराम वर्मा ने बताया:
"बच्चों की जिंदगी से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। कई बार चेतावनी देने के बावजूद जिन स्कूलों और संचालकों ने नियमों का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया गया है।"

 

शासन के निर्देश पर गर्मियों की छुट्टियों में स्कूली बसों का फिटनेस और दस्तावेज़ी जांच अभियान शुरू किया गया था। इसमें यह सामने आया कि 46 स्कूली बसें फिटनेस प्रमाणपत्र के बिना चल रही थीं। इनमें से कुछ संचालक चेतावनी के बाद फिटनेस सेंटर पहुंचे, लेकिन 25 बस संचालकों ने लापरवाही दिखाई।

अभियान के अंतिम दिन 30 जून को एक आखिरी मौका भी दिया गया था। इसके बावजूद जब ये बसें फिटनेस जांच के लिए नहीं पहुंचीं, तो विभाग ने इनके पंजीकरण रद्द कर दिए।

 

सड़क पर पकड़ी गई तो होगी कानूनी कार्रवाई

इन 25 बसों पर अब पूर्ण प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। यदि ये बसें अब भी सड़कों पर चलती पाई गईं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभियान में प्रवर्तन की 5 विशेष टीमें लगाई गई थीं, जो दस्तावेज़ों के साथ-साथ वाहन की तकनीकी जांच भी कर रही थीं।

 

बच्चों की सुरक्षा: सबसे बड़ी प्राथमिकता

नोएडा में स्कूली बसों की फिटनेस और सुरक्षा हमेशा चिंता का विषय रही है। आए दिन अनियंत्रित और जर्जर बसों के कारण हादसे होते रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कदम न सिर्फ बच्चों की जान की सुरक्षा के लिए उठाया गया है, बल्कि स्कूल प्रशासन और बस संचालकों को भी जिम्मेदार बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है।


सम्बन्धित सामग्री






हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें!

विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें