फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गिरोह के दो लोग गिरफ्तार | पाठकराज
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थाना फेस-1 पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लाखों रुपये में बनवाते थे नकली शैक्षिक प्रमाणपत्र
नोएडा। नोएडा पुलिस ने एक बड़े फर्जी मार्कशीट रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना फेस-1 पुलिस ने जल बोर्ड ऑफिस, सेक्टर-1 नोएडा के पास से अभिमन्यु गुप्ता और धर्मेन्द्र गुप्ता नामक दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपराधिक गतिविधियों में प्रयुक्त वाहन जब्त किए हैं।
बरामदगी का ब्यौरा:
66 फर्जी मार्कशीट
07 फर्जी माइग्रेशन सर्टिफिकेट
22 फर्जी रिज्यूमे
14 खाली परीक्षा कॉपियां
09 डाटा शीट
04 नकली मुहरें
01 इंकपैड
02 HP लैपटॉप
02 प्रिंटर
14 चेक बुक (विभिन्न बैंकों की)
05 कैश डिपॉजिट स्लिप बुक
01 PNB पासबुक
08 रसीद बुक
08 डेबिट/क्रेडिट कार्ड
07 मोबाइल फोन, 09 सिम कार्ड
01 लैंडलाइन फोन
02 कार
अपराध की कार्यप्रणाली
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी उन बेरोजगार युवाओं और परीक्षाओं में फेल हो चुके व्यक्तियों को निशाना बनाते थे, जो नौकरी की अधिकतम आयु सीमा पार कर चुके होते थे।
आरोपी गूगल से डेटा प्राप्त कर, नकली मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज तैयार करते थे।
प्रमाणपत्रों पर मनचाही तारीखें, अंक और प्रतिशत अंकित किए जाते थे।
ग्राहकों से 80,000 से 2 लाख तक की रकम वसूली जाती थी।
ये फर्जी दस्तावेज नौकरी पाने, सरकारी योजनाओं में शामिल होने, या अन्य निजी लाभों के लिए प्रयोग किए जाते थे।
पुलिस का कहना
पुलिस का कहना है कि यह एक बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा था। इन लोगों ने कई लोगों को नकली दस्तावेज बेचकर ठगा है। इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है और कितने लोगों को फर्जी सर्टिफिकेट बेचे गए हैं।