सांकेतिक तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
8727 स्थानों पर दबिश, 5767 मामलों में चोरी का खुलासा, सैकड़ों उपभोक्ताओं पर FIR दर्ज
नोएडा। नोएडा में बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान में विजिलेंस विभाग ने जबरदस्त कार्रवाई करते हुए ₹50.18 करोड़ की बिजली चोरी का खुलासा किया है। बीते दिनों चलाए गए इस सघन अभियान के दौरान 8727 स्थानों पर दबिश दी गई, जिनमें से 5767 जगहों पर बिजली की चोरी पकड़ी गई।
इन मामलों में संबंधित घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। यह नोएडा में बिजली चोरी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
अभियान के दौरान विजिलेंस टीम को विभिन्न प्रकार की बिजली चोरी की तकनीकें देखने को मिलीं
मीटर टैंपरिंग (छेड़छाड़)
सीधे तार से बिजली खींचना
अनधिकृत कनेक्शन का उपयोग
संचालित लोड से अधिक बिजली का प्रयोग
यह चोरी न केवल उर्जा निगम को करोड़ों का नुकसान पहुंचा रही थी, बल्कि यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है, जिसके तहत जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान है।
विजिलेंस विभाग की चेतावनी
वरिष्ठ विजिलेंस अधिकारी ने बताया:
“बिजली चोरी कानूनन अपराध है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। आगे भी ऐसे अभियानों की नियमितता बढ़ाई जाएगी। आम जनता से अपील है कि नियमों का पालन करें और किसी भी चोरी की सूचना तुरंत दें।”
बिजली चोरी कानून के तहत सजा क्या है?
पहली बार चोरी पकड़े जाने पर: जुर्माना + 3 साल तक की सजा
दोबारा पकड़े जाने पर: जुर्माना + 5 साल तक की सजा + कनेक्शन काटने का अधिकार