आग के बाद घर के अंदर का दृश्य | पाठकराज
पाठकराज
ग्रेटर नोएडा। सुपरटेक ईकोविलेज-1 हाउसिंग सोसायटी में बृहस्पतिवार दोपहर एक फ्लैट में आग लगने से हड़कंप मच गया। यह आग सोसायटी के C6 टावर की एक यूनिट में उस वक्त लगी जब एक महिला रसोई में खाना बना रही थी। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर हाउसिंग सोसायटी में फायर सेफ्टी को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह फेल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के दौरान फ्लैट में लगे फायर अलार्म सक्रिय नहीं हुए। स्मोक डिटेक्टर भी काम नहीं कर रहे थे। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में लगाए गए फायर फाइटिंग उपकरण पूरी तरह निष्क्रिय हैं और इमरजेंसी के समय कोई भी मदद उपलब्ध नहीं हो सकी।
किचन से शुरू हुई आग
जानकारी के अनुसार, C6 टावर की एक महिला अपने फ्लैट में किचन में खाना बना रही थी, तभी सिलेंडर लीक या इलेक्ट्रिक वायरिंग की चिंगारी से अचानक आग भड़क उठी। महिला ने शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और फौरन पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और अग्निशमन विभाग मौके पर, जांच शुरू
बिसरख थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में दमकल विभाग ने मदद की। पुलिस के अनुसार आग से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। हालांकि, फ्लैट का एक हिस्सा जल गया है और घर का सामान भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
निवासियों में आक्रोश
घटना के बाद सोसायटी निवासियों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि कई बार फायर सेफ्टी ऑडिट की मांग की गई, लेकिन बिल्डर और आरडब्ल्यूए की लापरवाही के चलते किसी ने ध्यान नहीं दिया। निवासियों ने प्राधिकरण से जल्द निरीक्षण की मांग की है। हाउसिंग सोसायटी में फायर सेफ्टी उपकरण क्यों निष्क्रिय हैं? क्या नोएडा अथवा फायर विभाग ने इस टावर का कोई हालिया ऑडिट किया? बिल्डरों की जिम्मेदारी तय क्यों नहीं होती?