साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ | पाठकराज
पाठकराज
नोएडा। थाना सूरजपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन तलाश’ के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए एक संगठित साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी गेमिंग व ट्रेडिंग ऐप्स के माध्यम से देशभर के लोगों को ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर ठगी का शिकार बना रहा था। पुलिस ने गिरोह से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार-पैन कार्ड और चेकबुक बरामद की है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
चनप्रीत सिंह
रणवीर सिंह
जगमोहन धाकड़
नवीन
आदित्य शर्मा
ठगी का तरीका:
जांच में सामने आया है कि यह गिरोह साइबर अपराधियों को बैंक खाते, डेबिट कार्ड, और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराता था। बैंक खाताधारकों को 1% कमीशन का लालच देकर उनके खातों की पूरी जानकारी हासिल की जाती थी। इसके बाद ‘रिमोट एक्सेस ऐप’ के जरिए उन खातों को साइबर अपराधियों को सौंप दिया जाता था।
इन खातों के जरिए ठग पीड़ितों से ठगी की रकम ट्रांसफर कराते और फिर उस धनराशि को कई खातों या क्रिप्टो करेंसी (जैसे USDT) के जरिए आगे भेज दिया जाता था। इस गिरोह को प्रति बैंक खाता 15,000 रुपये तक की अवैध कमाई होती थी, जिसे आपस में बांट लेते थे।
बरामद सामान:
05 मोबाइल फोन
08 सिम कार्ड
07 डेबिट कार्ड
01 आधार कार्ड
01 पैन कार्ड
01 चेकबुक
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह एक अंतर्राज्यीय नेटवर्क से जुड़ा है और अन्य राज्यों में भी इसकी जड़ें हो सकती हैं। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पुलिस की अपील:
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी को भी अपने बैंक खाते या दस्तावेज का गलत इस्तेमाल न करने दें और किसी भी अनजान ऐप को मोबाइल में इंस्टॉल करने से पहले सावधानी बरतें।