Friday, June 06, 2025 11:11:56 PM

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस पर आरोप
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस पर लगा फर्जी चालान का आरोप, युवक ने सोशल मीडिया पर सुनाई आपबीती

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस पर विवेक गुप्ता ने बिना शराब पीए फर्जी चालान काटने का आरोप लगाया, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठे।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस पर लगा फर्जी चालान का आरोप युवक ने सोशल मीडिया पर सुनाई आपबीती
एक्स पर युवक द्वारा साझा हुई पोस्ट | पाठकराज
पाठकराज

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर आरोप लगाया है कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बिना किसी गलती के उसका फर्जी चालान काटने की कोशिश की।

घटना 29 मई की रात की बताई जा रही है, जब विवेक गुप्ता नाम के युवक और उसके दोस्त कनॉट प्लेस सर्किल में घूम रहे थे। विवेक कार चला रहे थे, तभी ट्रैफिक पुलिस के दो-तीन कर्मियों ने उन्हें रोक लिया और ब्रीथ एनालाइज़र टेस्ट करने को कहा।

 

"मैंने शराब नहीं पी थी, फिर भी मशीन में अल्कोहल 9 दिखा दिया"

विवेक का कहना है कि उन्होंने बिल्कुल भी शराब नहीं पी थी, फिर भी जब उन्होंने टेस्ट दिया, तो मशीन ने अल्कोहल लेवल 9 दिखाया। उन्होंने जब इसका विरोध किया तो दोबारा टेस्ट कराया गया, लेकिन मशीन ने फिर से वही परिणाम दिखाया।

इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने वीडियो रिकॉर्ड किया और चालान पर्ची निकाल दी। विवेक के दोस्त को पुलिस की हरकत पर शक हुआ और उसने भी टेस्ट की मांग की, लेकिन पुलिस ने उसे फूंकने से मना कर दिया।

 

तीसरी बार में अल्कोहल लेवल शून्य आया, चालान की पर्ची फाड़ दी गई

जब तीसरी बार टेस्ट कराया गया, तो अल्कोहल का स्तर जीरो (0) निकला। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पहले वाली पर्ची फाड़ दी और मामला खत्म करने की कोशिश की। विवेक का कहना है कि पुलिसवालों के पास पहले वाली फर्जी रीडिंग का वीडियो है, जिसे वे बाद में चालान के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

विवेक गुप्ता ने लोगों को दी चेतावनी, साझा किए तीन ज़रूरी सुझाव:

हमेशा नया और साफ पाइप मांगें।

ब्रीथ एनालाइज़र टेस्ट का वीडियो खुद रिकॉर्ड करें।

टेस्ट दोहराने की मांग करने से पीछे न हटें।

 

प्रशासन की चुप्पी, कार्रवाई की उठी मांग

इस पोस्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर बहस छिड़ गई है। अब तक ट्रैफिक पुलिस या संबंधित विभाग की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यूजर्स इस मामले की जांच और संबंधित पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


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