गौतमबुद्ध नगर। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में निरंतर निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है। विभाग ने अब तक 31 हाईराइज सोसाइटी समेत कई अन्य जगहों पर जलभराव की स्थिति पाए जाने पर नोटिस जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया है कि नोटिस मिलने के बाद भी यदि जल निकासी नहीं की जाती है तो नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग का मानना है कि जलभराव ही मच्छरों के प्रजनन का मुख्य कारण है, जो डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों के फैलाव को बढ़ावा देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के बेसमेंट में जलभराव की गंभीर स्थिति
दिलचस्प बात यह है कि जिला अस्पताल की इमारत में स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय स्थित हैं, वहां भी जलभराव की समस्या देखी गई है। खासतौर पर एक इमारत की 8वीं मंजिल पर विभाग का दफ्तर है, जबकि उसी इमारत के बेसमेंट में पानी भरा हुआ पाया गया है। बेसमेंट के इस जलभराव में डेंगू के मच्छर पनपने की संभावना बनी हुई है, जिससे अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को गंभीर खतरा हो सकता है।
मरीजों की संख्या में वृद्धि
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले में हाल ही में मलेरिया के 24 और डेंगू के 14 मरीज मिले हैं, जो इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप की ओर इशारा करता है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे भी अपने आसपास जलभराव न होने दें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
घरों और आस-पड़ोस में जलभराव रोकने के लिए सतर्क रहें।
कूड़े-कचरे का उचित निपटान करें जिससे पानी जमा न हो।
अस्पताल और अन्य संवेदनशील जगहों पर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
डेंगू और मलेरिया के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।