पुलिस हिरासत में आरोपी | पाठकराज
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नोएडा। नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने वृद्ध महिला से 3.29 करोड़ रुपये की साइबर ठगी के मामले में एक बड़े आरोपी विपुल नागर को जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने अपना बैंक खाता सह-आरोपी अजीत को दे रखा था, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी की रकम प्राप्त करने में किया गया। उसे इसके बदले कमीशन मिला करता था।
पुलिस के अनुसार अज्ञात नंबर से बुजुर्ग महिला के लैंडलाइन नंबर पर कॉल कर बताया गया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर फर्जी बैंक खाते खोले गए हैं। इन खातों के जरिए जुए और अवैध हथियारों की खरीद जैसे गैरकानूनी काम किए जाने की बात कही गई। कॉलर ने खुद को ईडी, नारकोटिक्स और इनकम टैक्स का अधिकारी बताया और गिरफ्तारी व डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाया।डर के चलते महिला ने कई बार में कुल 3,29,70,000 रुपये ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए।
आरोपी विपुल के खाते में आए थे 63 लाख
साइबर ठगों ने कई बैंक खातों को किराए पर लेकर धोखाधड़ी की रकम को विभिन्न खातों में ट्रांसफर कराया। विपुल नागर के बैंक खाते में अकेले 63 लाख रुपये आए थे, जो मुख्य ठगी की रकम का हिस्सा थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि विपुल को इस खाते को इस्तेमाल करने के लिए कमीशन दिया जाता था।
पहले भी हो चुकी गिरफ्तारी
नोएडा साइबर पुलिस इस केस में अब तक तीन अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरोह का नेटवर्क कई शहरों में फैला हुआ है और पुलिस अन्य लिंक व खातों की गहराई से जांच कर रही है। पीड़ित महिला की शिकायत पर थाना साइबर क्राइम, नोएडा में एफआईआर दर्ज की गई थी। आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज है। पुलिस अन्य बेनिफिशियरी खाताधारकों और कॉलिंग नेटवर्क का भी पता लगाने में जुटी है।