गौतमबुद्ध नगर। गौतमबुद्ध नगर की नवनियुक्त जिलाधिकारी आईएएस मेधा रूपम ने कार्यभार संभालने के साथ ही प्रशासन में अनुशासन को लेकर सख्त रुख अपना लिया है। उन्होंने एक बड़ा कदम उठाते हुए करीब 9 वर्षों से कलेक्ट्रेट में असलहा बाबू के पद पर तैनात अरविंद कुमार को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, अरविंद कुमार पर आरोप है कि वे जिलाधिकारी के ड्राइवर से बार-बार फोन पर डीएम की लोकेशन पूछ रहे थे। जब इसकी जानकारी डीएम मेधा रूपम को हुई, तो उन्होंने इसे गंभीर अनुशासनहीनता और सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना। जिलाधिकारी की लोकेशन और गतिविधियां गोपनीय होती हैं और ऐसे सवाल सीधे तौर पर प्रशासनिक गोपनीयता और सुरक्षा व्यवस्था में दखल माने जाते हैं।
तत्काल कार्रवाई, प्रशासन में हड़कंप
इस मामले को गंभीर मानते हुए डीएम ने बिना देरी किए अरविंद कुमार को पद से हटा दिया और उनके स्थान पर सत्येंद्र कुमार को नया असलहा बाबू नियुक्त किया गया है। इस त्वरित और सख्त फैसले से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है, और यह एक स्पष्ट संकेत है कि नई जिलाधिकारी किसी भी तरह की लापरवाही, अनुशासनहीनता या गैर-पेशेवर व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
निगरानी और समीक्षा पर फोकस
गौरतलब है कि 1 अगस्त को पदभार ग्रहण करने के बाद से ही डीएम मेधा रूपम लगातार विभिन्न विभागों और कार्यालयों का निरीक्षण कर रही हैं। वह योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति, फाइलों की स्थिति और जनसुनवाई की प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। उनके इन एक्शन से स्पष्ट है कि वह जिले में व्यवस्था में पारदर्शिता, जवाबदेही और अनुशासन लाना चाहती हैं।