Friday, June 06, 2025 11:22:47 PM

भीषण सड़क हादसा
मध्य प्रदेश में सड़क हादसा के दौरान एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत

मध्य प्रदेश के झाबुआ में एक वैन पर सीमेंट से लदा ट्रॉला पलट गया, जिससे वैन में सवार 9 लोगों की मौत हो गई।

मध्य प्रदेश में सड़क हादसा के दौरान एक ही परिवार के  9 लोगों की मौत
सीमेंट से भरे ट्रॉले ने वैन को कुचला, खुशियां मातम में बदलीं | पाठकराज
पाठकराज

मध्य प्रदेश। शादी से लौट रहे एक ही परिवार पर उस वक्त कहर टूट पड़ा, जब उनकी वैन पर सीमेंट से लदा ट्रॉला पलट गया। यह दर्दनाक हादसा मंगलवार देर रात करीब 3 बजे झाबुआ जिले के कल्याणपुरा थाना क्षेत्र में हुआ। वैन में सवार सभी लोग मानपुरा गांव में एक शादी समारोह से लौट रहे थे और शिवगढ़ महुड़ा गांव जा रहे थे। रास्ते में सजेली फाटक के पास एक निर्माणाधीन पुल के पास यह हादसा हुआ।

परिवार के 11 लोग ईको वैन में सवार थे। जब वाहन पुल के पास पहुंचा, तभी वहां खड़ा एक भारी-भरकम सीमेंट से लदा ट्रॉला अचानक असंतुलित होकर वैन पर पलट गया। हादसा इतना भयावह था कि वैन के परखच्चे उड़ गए और सभी लोग उसमें दब गए। उस वक्त सभी यात्री नींद में थे और किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।

 

9 लोगों की मौके पर ही मौत

हादसे में वैन सवार 11 में से 9 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हुए। मरने वालों में 5 नाबालिग शामिल हैं। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और शवों को वैन से बाहर निकाला गया। शवों को सीएचसी थांदला और मेघनगर अस्पताल में रखा गया।

मृतकों की पहचान:

मुकेश खपेड़ (40)

पायल (12) – मुकेश की बेटी

विनोद (16) – मुकेश का बेटा

मडीबाई (38)

विजय (14) – मडीबाई का बेटा

कांता (14) – मडीबाई की बेटी

रागिनी (9)

अकली (35) – निवासी देवीगढ़

शवलीबाई (35)

 

घायलों की स्थिति:

पायल परमार (19) – निवासी देवीगढ़, गंभीर हालत में दाहोद रेफर

आशु बामनिया (5) – निवासी शिवगढ़ महुड़ा, थांदला अस्पताल में भर्ती

 

पुलिस और प्रशासन सक्रिय

घटना की सूचना मिलते ही झाबुआ एसपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने बताया कि ट्रॉला निर्माणाधीन पुल के पास खड़ा था, लेकिन क्या वह सुरक्षित रूप से खड़ा किया गया था या लापरवाही बरती गई — इसकी जांच की जा रही है। इस हादसे ने एक बार फिर निर्माणाधीन पुलों और हाईवे पर सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है। यदि ट्रॉले को ठीक से खड़ा किया गया होता या पर्याप्त चेतावनी संकेत होते, तो यह दुर्घटना टल सकती थी। हादसे ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया है और पूरे इलाके में शोक की लहर है।


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