हादसे के बाद की तस्वीर | पाठकराज
पाठकराज
आगरा। थाना फतेहाबाद क्षेत्र के अंतर्गत लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार तड़के बड़ा हादसा हो गया। लखनऊ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 32 पर आगे चल रहे ट्रेलर में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का सहायक चालक मौके पर ही दम तोड़ बैठा, जबकि छह यात्री घायल हो गए। मुख्य चालक केबिन में तीन घंटे तक फंसा रहा।
पुलिस के अनुसार हादसा शुक्रवार सुबह 2:50 बजे हुआ। बस लखनऊ से 27 यात्रियों को लेकर दिल्ली जा रही थी। लखनऊ टोल प्लाजा पार करते ही बस का संचालन सहायक चालक महेश (निवासी सिरोही, राजस्थान) कर रहा था। मुख्य चालक राजवीर ने बताया कि वह डिग्गी में खाना खाकर सोने चला गया था। इसी दौरान महेश को नींद की झपकी आ गई और बस तेज रफ्तार में चल रहे ट्रेलर से टकरा गई। टक्कर के बाद बस ट्रेलर को करीब 30 मीटर तक घसीटती चली गई। धमाके की आवाज से बस में सो रही सवारियों की नींद टूट गई और अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों के एक-दूसरे पर गिरने से बस में चीख-पुकार मच गई।
घायलों की सूची
हादसे में घायल यात्रियों को एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। घायलों में शामिल हैं:
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रनवीर पुत्र मनोज कुमार (रोहतक)
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सचिन पुत्र अशोक यादव (आलमबाग, लखनऊ)
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उषा देवी पत्नी दिनेश कुमार (गाजियाबाद)
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सुनील पुत्र रनवीर (रोहतक, हरियाणा)
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राजवीर पुत्र रनवीर सिंह (झुंझुनू, राजस्थान)
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विकास पुत्र रामनिवास (झुंझुनू, राजस्थान)
तीन घंटे तक फंसा रहा मुख्य चालक, एटलस की लापरवाही उजागर
हादसे के बाद मुख्य चालक केबिन में फंसा रहा, लेकिन एक्सप्रेसवे संचालनकर्ता एटलस कंपनी की ओर से राहत कार्य में भारी लापरवाही सामने आई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एटलस की टीम क्रेन और हाइड्रा लेकर तो पहुंची, लेकिन बस और ट्रेलर को अलग करने में नाकाम रही।
लुहारी चौकी प्रभारी ने जेसीबी व कटर मशीन बुलाने को कहा, लेकिन तीन घंटे बीत जाने के बाद भी कोई भारी मशीन नहीं आई। अंततः पुलिस और यूपीडा की टीम ने एक अन्य ट्रेलर की मदद से फंसी बस को खिंचवाया, तब जाकर चालक के शव को निकाला जा सका। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
यातायात बाधित, आधा किलोमीटर लंबा जाम
हादसे के चलते बस और ट्रेलर सड़क के बीचों-बीच फंसे रहे, जिससे एक्सप्रेसवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब आधा किलोमीटर लंबा जाम लग गया और यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर हाईटेक कहे जाने वाले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे की आपातकालीन तैयारी और प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि इतनी बड़ी दुर्घटना में तत्काल राहत और बचाव नहीं हो सकता, तो यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?